Graphic Tablet क्या है और कैसे काम करता है- Graphic Table In Hindi

Graphic Tablet Kya Hai In Hindi: – कंप्यूटर की अनेक प्रकार की इनपुट डिवाइस होती है जिसकी मदद से हम कंप्यूटर को आदेश दे सकते हैं और कंप्यूटर उसी के अनुरूप रिजल्ट हमें आउटपुट डिवाइस में देता है.

इसी प्रकार से कंप्यूटर की एक इनपुट डिवाइस है जिसका नाम है Graphic Tablet. आप में इस डिवाइस के बारे में शायद कम ही लोग जानते होंगें क्योकि इसका इस्तेमाल विशेष प्रकार के कामों के लिए ही होता है.

आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको Graphic Tablet क्या है, ग्राफ़िक टेबलेट का इतिहास, ग्राफ़िक टेबलेट का उपयोग और ग्राफ़िक टेबलेट के फायदे और नुकसानों के बारे में बताएँगे तो बने रहिये इस लेख के अंत तक.

जो लोग ग्राफ़िक टेबलेट के बारे में नहीं जानते हैं या जिन्होनें पहली बार ग्राफ़िक टेबलेट का नाम सुना है और जिनको ग्राफ़िक टेबलेट के बारे में थोड़ी जानकरी है वे सभी इस लेख को पढ़ सकते है. इस लेख को पढने के बाद आपको Graphic Tablet के बारे में अच्छी जानकारी हासिल हो जाएगी.

Graphic Tablet क्या है और कैसे काम करता है (Graphic Tablet in Hindi)

ग्राफ़िक टेबलेट क्या है (What is Graphic Tablet in Hindi)

ग्राफ़िक टेबलेट जिसे कि Drawing Tablet या Pen Tablet के नाम से भी जाना जाता है, यह कंप्यूटर में एक विशेष प्रकार का इनपुट डिवाइस है जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर या लैपटॉप के साथ किया जाता है.

Graphic Tablet – Input Device

ग्राफ़िक टेबलेट Pad की तरह होता है और इसके साथ एक डिवाइस मिलता है जो बिलकुल पेन की तरह होता है, इस डिवाइस को Stylus कहते हैं. यूजर Stylus का उपयोग पेन, पेन्सिल या पेंटब्रश के रूप में कर सकते हैं.

Stylus की मदद यूजर टेबलेट पर ड्राइंग कर सकते हैं या कुछ लिख सकते हैं. ग्राफ़िक टेबलेट का उपयोग Drawing करने के साथ – साथ यूजर के Signature को capture करने के लिए भी किया जाता है.

Drawing Tablet या Pen Tablet

जिस प्रकार आप पेन्सिल या पेन की मदद से पेपर पर लिख सकते हैं उसी प्रकार से Stylus की मदद से टेबलेट पर लिखा जा सकता है.

ग्राफ़िक टेबलेट का इतिहास

पहला Drawing Tablet 1888 में Elisha Gray के द्वारा पेटेंट करवाया गया था. इसे Telautograph कहा जाता था. यह पहला हाथ से लिखने वाला उपकरण था.

1957 में बना Stylator पहला टेबलेट था जो हस्तलिखित पहचान के लिए कंप्यूटर के द्वारा उपयोग किया जाता था. इसके बाद 1964 में बना The Rand को पहला डिजिटल ड्राइंग डिवाइस माना जाता है.

1979 में Apple Graphic Tablet अस्तित्व में आया और इसी वर्ष यूटोपिया ग्राफ़िक डिवाइस बनाया गया जो कि पहला रंगीन ग्राफ़िक सिस्टम है.

1998 में Wacom ने ग्राफ़िक टेबलेट के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित किया. Wacom आज बहुत ही Advance ग्राफ़िक टेबलेट बनाता है.

ग्राफ़िक टेबलेट में हुए सुधार निम्न प्रकार से हैं –

  • 1888 – Telautograph
  • 1957 – Stylator
  • 1964 – The Rand
  • 1979 – Apple Graphic Tablet
  • 1979 – Utopia Graphic Device
  • 1998 – Wacom Intuos
  • 2005 – Wacom Cintiq
  • 2015 – Apple iPad Pro

ग्राफ़िक टेबलेट कैसे काम करता है

ग्राफ़िक टेबलेट को एक USB Port के द्वारा कंप्यूटर से कनेक्ट किया जाता है. और इसी प्रकार से Stylus टेबलेट से जुड़ा रहता है. जब यूजर टेबलेट में कुछ ड्रा करता है तो ड्राइंग टेबलेट में नहीं दिखाई देती है बल्कि यह एक Signal पैदा करती है जो टेबलेट पर चलने वाले तारों के Vertical Grid पर जाती है.

टचस्क्रीन टेबलेट में यूजर जब drawing करता है तो वह सीधा मॉनिटर में दिखाई देता है. पेन या Stylus बैटरी से चलने वाला भी हो सकता है या इसमें कोई कार्ड भी लगा हो सकता है. 

जब यूजर Stylus की मदद से कोई रेखा खींचता है तो Coil circuit Signal को Stylus के अन्दर Main circuit में Transfer करता है. यह लाइन और लम्बाई को मापता है और दबाव सवेंदनशील संधारित्र दवाब को मापता है.

टेबलेट में एक सेंसर बोर्ड लगा होता है, जो Stylus के द्वारा उत्पन्न डेटा Signal को टेबलेट में लगे तारों के ग्रिड के द्वारा पता करता है. टेबलेट के Horizontal और Vertical तार Transmitting और Receiving Coil के रूप में काम करते हैं.

टेबलेट एक विद्युत चुम्बकीय Signal उत्पन्न करता है जो कि Stylus में एक Circuit के द्वारा प्राप्त होता है. Stylus एक एंटीना के रूप में काम करता है जो की Signal प्राप्त करता है और एक अन्य विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र पैदा करता है जो की टेबलेट से कनेक्ट होता है.

इन विद्युत चुम्बकीय संकेतों का इस्तेमाल करके टेबलेट लाईनों को कंप्यूटर स्क्रीन पर Transfer करता है.

तो यह थी ग्राफ़िक टेबलेट के काम करने की पूरी विधि. अब तक आप Graphic Tablet क्या है के बारे में जान गए होंगे अब जानते हैं ग्राफ़िक टेबलेट के उपयोग के बारे में.

ग्राफ़िक टेबलेट का उपयोग

ग्राफ़िक टेबलेट को ठीक उसी प्रकार से इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे हम पेन की मदद से पेपर पर कोई चित्र बनाते हैं. ग्राफ़िक टेबलेट का उपयोग अलग – अलग क्षेत्रों में किया जाता है जैसे कि –

  • ग्राफ़िक टेबलेट का इस्तेमाल कलाकार पेंटिंग बनाने के लिए करते हैं.
  • शिक्षा के क्षेत्र में ग्राफ़िक टेबलेट का इस्तेमाल शिक्षक Online Teaching के लिए करते हैं.
  • चित्रकार, फोटोग्राफर और ग्राफ़िक डिज़ाइनर के लिए ग्राफ़िक टेबलेट बहुत ही उपयोगी होता है.
  • आर्किटेक्ट और इंजिनियर building का map तैयार करने के लिए ग्राफ़िक टेबलेट का इस्तेमाल करते हैं.

इसके अलावा भी ग्राफ़िक टेबल का इस्तेमाल बहुत सारे क्षेत्रों में होता है जैसे की कार्टून, फैशन डिजाइनिंग आदि में.

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ग्राफ़िक टेबलेट के फायदे

आज के समय में ग्राफ़िक टेबलेट मानव के लिए एक बहुत ही अच्छा आविष्कार है, जिसके फायदे मानव हित में हैं. ग्राफ़िक टेबलेट के कुछ प्रमुख फायदे निम्न प्रकार से हैं –

  • ग्राफ़िक टेबलेट की मदद से आप अपने Notes को Digital Format में सुरक्षित रख सकते हैं.
  • आप जानते ही होंगे कागज को बनाने के लिए कितने सारे पेड़ों की कटाई होती है. ग्राफ़िक टेबलेट के इस्तेमाल से पेड़ों की कटाई रुक सकती है क्योकि ग्राफ़िक टेबलेट में लिखने के लिए आपको कागज की जरुरत नहीं पड़ती है.
  • ग्राफ़िक टेबलेट की मदद से छोटे और जटिल चित्रों को आसानी से बनाया जा सकता है.
  • ग्राफ़िक टेबलेट दवाब को Deduct करके उसी के अनुरूप काम करते हैं. पेन से अधिक दबाव डालने पर रेखा गहरी बनती है और कम दवाब डालने पर रेखा हल्की बनती है.

ग्राफ़िक टेबलेट के नुकसान

ग्राफ़िक टेबलेट के कुछ नुकसान भी हैं जैसे कि –

  • ग्राफ़िक टेबलेट से कंप्यूटर में मुख्य कार्य जैसे कि क्लिक करना, कंप्यूटर में कोई आइकॉन Select करना इतनी आसानी से नहीं किये जाते हैं जितनी आसानी से माउस से किये जाते हैं.
  • ग्राफ़िक टेबलेट बहुत महंगे होते हैं.

FAQ For Graphic Tablet in Hindi

ग्राफ़िक टेबलेट कंप्यूटर की कौन सी डिवाइस है?

ग्राफ़िक टेबलेट कंप्यूटर की इनपुट डिवाइस है.

ग्राफ़िक टेबलेट किस काम आता है?

ग्राफ़िक टेबलेट कंप्यूटर में Drawing बनाने या Signature करने के काम आता है.

ग्राफ़िक टेबलेट के अन्य क्या नाम हैं?

ग्राफ़िक टेबलेट को ड्राइंग टेबलेट और पेन टेबलेट के नाम से भी जाना जाता है.

ग्राफ़िक टेबलेट में इस्तेमाल होने वाले पेन को क्या कहते हैं?

ग्राफ़िक टेबलेट में इस्तेमाल होने वाले पेन को Stylus कहते हैं.

टेबलेट और ग्राफ़िक टेबलेट में क्या अंतर है?

ग्राफ़िक टेबलेट और टेबलेट पूरी तरह से अलग डिवाइस हैं. इनमें मुख्य अंतर है कि ग्राफ़िक टेबलेट का इस्तेमाल करने के लिए इसे कंप्यूटर से कनेक्ट करना होता है, जबकि टेबलेट में एक स्क्रीन होती है जिसमें आप अपना काम करते हुए देख सकते हैं.

निष्कर्ष – ग्राफ़िक टेबलेट क्या है इन हिंदी 

आज के इस लेख में बस इतना ही, इस लेख के जरिये हमने आपको Graphic Tablet Kya Hai In Hindi और ग्राफ़िक टेबलेट से जुडी जानकारी आपके साथ साझा की जिसे पढने के बाद आपको ग्राफ़िक टेबलेट के बारे में पता चल गया होगा.

उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा ग्राफ़िक टेबलेट पर लिखा यह लेख जरुर पसंद आया होगा, इस लेख को पाने दोस्तों के साथ शेयर करें और दूसरों तक ज्ञान को बाँटे.

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