इंटरनेट कनेक्शन क्या है इसके प्रकार (Internet Connectivity In Hindi)

Internet Connection In Hindi: इंटरनेट के बारे में आज हर एक व्यक्ति जानता होगा और शायद दुनिया में 75 प्रतिशत से भी अधिक लोगों ने कभी ना कभी इन्टनेट कनेक्शन का इस्तेमाल जरुर किया होगा. इंटरनेट कनेक्टिविटी आज मानव जीवन का सबसे महत्वपूर्ण भाग बन गया है, आज की दुनिया में इंटरनेट के बिना कुछ भी कार्य संभव नहीं हो पाता है.

लेकिन बढ़ते इंटरनेट के इस युग में कई ऐसी चीजें होती हैं जिनके बारे में बहुत कम लोगों को ही पता होता है, इन्हीं में से एक है इंटरनेट कनेक्शन के प्रकार. आप अपने डिवाइस को कई प्रकार से इंटरनेट से कनेक्ट कर सकते हैं, जिसके बारे में जानकारी इस लेख में है.

अगर आप अपने घर में इंटरनेट कनेक्शन लगाना चाहते हैं तो भी यह आर्टिकल आपके लिए महत्वपूर्ण है, आप इस आर्टिकल को पढ़कर विभिन्न प्रकार के इंटरनेट कनेक्शन को समझकर अपने उपयोग के अनुसार सबसे बेस्ट कनेक्शन खरीद सकते हैं.

तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं आज का यह लेख और सबसे पहले जानते हैं इंटरनेट कनेक्शन क्या है हिंदी में.

इंटरनेट कनेक्शन क्या है और इसके प्रकार (Internet Connectivity In Hindi)

इंटरनेट कनेक्शन क्या है (Internet Connection In Hindi)

जब कोई यूजर अपने कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ता है तो वह किसी ना किसी माध्यम का उपयोग करता है. जिस इंटरनेट कनेक्टिविटी के द्वारा यूजर अपने कंप्यूटर को इंटरनेट से कनेक्ट करता है उसे ही इंटरनेट कनेक्शन कहते हैं. उदाहरण के लिए आप WiFi के द्वारा अपने कंप्यूटर में इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं तो यहाँ पर WiFi एक इंटरनेट कनेक्शन है. इसी प्रकार अनेक सारे इंटरनेट कनेक्शन होते हैं जिनके द्वारा यूजर अपने कंप्यूटर को इंटरनेट से कनेक्ट कर सकता है.

इंटरनेट कनेक्शन के प्रकार (Types of Internet Connectivity in Hindi)

इंटरनेट एक्सेस करने के लिए यूजर को इंटरनेट सर्विस प्रदाता के सर्वर से कनेक्शन स्थापित करना पड़ता है, यूजर अपनी आवश्यकता के अनुसार विभिन्न प्रकार के इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग कर सकता है.

आज के समय में लैपटॉप, डेस्कटॉप, मोबाइल फोन, गेमिंग कंसोल, टैबलेट आदि डिवाइस को इंटरनेट से जोड़ने के कई तरीके हैं, लेकिन सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किये जाने वाले इंटरनेट कनेक्शन/ इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रकार निम्नलिखित हैं. (Explain Types of Internet Connectivity in Hindi)

#1 – Dial-up connection (डायल-अप कनेक्शन)

डायल-अप कनेक्शन में यूजर को इंटरनेट एक्सेस करने के लिए अपने डिवाइस (कंप्यूटर या मोबाइल) को फोन लाइन से लिंक करने की जरुरत होती है. यह एक विशेष प्रकार का कनेक्शन होता है जिसमें किसी टेलीफोन लाइन के द्वारा इंटरनेट की सेवाएँ प्रदान की जाती है. डायल-अप कनेक्शन को एनालॉग कनेक्शन भी कहा जाता है.

जब यूजर डायल-अप कनेक्शन से इंटरनेट एक्सेस करते हैं तो वह अपने घरेलु फोन सेवा के माध्यम से फोन कॉल करने या प्राप्त करने में असमर्थ होते हैं क्योंकि डायल-अप कनेक्शन फोन कॉल की अनुमति नहीं देता है. अन्य इंटरनेट कनेक्शन की तुलना में डायल-अप कनेक्शन सस्ता होता है और इसमें डेटा संचरण स्पीड भी कम होती है. इस कनेक्शन में डेटा को Kbps या Mbps में मापा जाता है.

हालाँकि आज के समय में डायल-अप कनेक्शन का उपयोग लगभग ख़त्म हो चुका है लेकिन एक समय पर यह सबसे लोकप्रिय इंटरनेट कनेक्शन हुआ करता था.

#2 – Broadband Connection (ब्रॉडबैंड कनेक्शन)

Broadband जो कि Broad Bandwidth का शोर्ट नाम है, यह एक हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन है जिसमें इंटरनेट को कंप्यूटर तक पहुंचाने के लिए Coaxial Cable, Fiber Optics Cable या रेडियो तरंगों का इस्तेमाल किया जाता है.

डायल-अप कनेक्शन के सिंगल लाइन के बजाय ब्रॉडबैंड डेटा को भेजने के लिए कई चैनलों का उपयोग करते हैं. ब्रॉडबैंड को Widely Used Bandwidth के नाम से भी जाना जाता है. चूँकि ब्रॉडबैंड लम्बी दुरी में तेजी से डेटा ट्रांसमिट करने में सक्षम होते हैं इसलिए इनकी कीमत अन्य कनेक्शन से थोडा अधिक होती है. ब्रॉडबैंड पुराने डायल-अप कनेक्शन की आवश्यकता को ख़त्म करके यूजर को बेहतर इंटरनेट एक्सेस करने का अनुभव देते हैं.

#3 – DSL (Digital Subscriber Line) Connection

DSL यानि Digital Subscriber Line यह एक प्रकार का ब्रॉडबैंड कनेक्शन होता है. इसमें इंटरनेट को कंप्यूटर तक पहुंचाने के लिए ऑफिस या घरों में पहले से ही मौजूद तांबे के तार की टेलीफोन लाइन का उपयोग किया जाता है. डायल-अप कनेक्शन के विपरीत DSL कनेक्शन में यूजर इंटरनेट एक्सेस करते समय फोन कॉल कर सकते हैं या कॉल Receive कर सकते हैं.

DSL Modem टेलीफोन लाइन से प्राप्त होने वाले कमजोर सिग्नल को Strong Signal में बदल देता है, जिससे यूजर तेजी से डेटा को डाउनलोड या अपलोड कर सकते हैं. DSL कनेक्शन में यूजर को 128 KBps से लेकर 2MBps तक की स्पीड प्राप्त होती है.

#4 – Cable Internet Connections

Cable इंटरनेट कनेक्शन भी ब्रॉडबैंड कनेक्शन का ही एक रूप है, इस प्रकार के कनेक्शन में यूजर केबल मॉडेम के माध्यम से केबल TV लाइनों पर इंटरनेट एक्सेस कर सकते हैं. अगर आप टेलीविज़न के साथ इंटरनेट सेवाओं का लाभ उठाना चाहते हैं तो केबल इंटरनेट कनेक्शन आपके लिए अच्छा विकल्प है. केबल मॉडेम 1.5 Mbps की गति से डेटा ट्रांसमिट करने में सक्षम हैं.

#5 – Satellite (उपग्रह कनेक्टिविटी)

Satellite इंटरनेट कनेक्शन में सैटेलाइट की मदद से इंटरनेट की सेवाएँ उपलब्ध करवाई जाती हैं. Satellite के द्वारा उन क्षेत्रों में इंटरनेट की सुविधा प्रदान करवाई जाती हैं जहाँ अभी तक ब्रॉडबैंड कनेक्शन की सेवा उपलब्ध नहीं है. यह एक वायरलेस इंटरनेट कनेक्शन है और वायरलेस कनेक्शन की भांति यह इंटरनेट के लिए एक मॉडेम का इस्तेमाल करता है.

#6 – Leased Line Connection (लीज्ड लाइन कनेक्शन)

Leased Line कनेक्शन एक टेलीफोन लाइन के माध्यम से कंप्यूटर और IPS (इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर) के  सर्वर से जुड़ा रहता है. इस कनेक्शन में एक या एक से अधिक टेलीफोन लाइन को किसी यूजर के द्वारा लंबे समय के लिए Lease पर लिया जाता है, जिससे कि यूजर को समान स्पीड पर इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध रहता है.

Leased Line कनेक्शन का उपयोग केवल वही यूजर कर सकता है जिसने इसे लीज पर लिया है. यह 24 घंटे चलने वाला इंटरनेट कनेक्शन है, इसलिए इसकी कीमत भी अधिक होती है.

#7 – ISDN (Integrated Services Digital Network)

ISDN कनेक्शन यूजर को डिजिटल टेलीफोन लाइन या standerd टेलीफोन लाइन पर डेटा, voice या विडियो कंटेंट भेजने की अनुमति देता है. ISDN कनेक्शन इनस्टॉल करने के लिए ISDN एडेप्टर की आवश्यकता दोनों end पर होती है, यानि यूजर के साथ – साथ इंटरनेट एक्सेस प्रोवाइडर को भी ISDN एडेप्टर की जरुरत होती है.

ISDN कनेक्शन डायल-अप कनेक्शन की तुलना में बहुत तेजी से डेटा ट्रांसमिट करते हैं और इनकी कीमत भी डायल-अप से अधिक होती है.

#8 – VSAT (Very Small Aperture Terminal)

VSAT एक ऐसी तकनीकी है जिसमें Satellite के माध्यम से इंटरनेट को यूजर तक पहुँचाया जाता है. VSAT में एक एंटीना होता है जिसका आकार 1 मीटर या इससे भी कम का होता है. इस एंटीना के माध्यम से Satellite से मिलने वाले सिग्नल को यूजर तक पहुँचाया जाता है. यूजर प्राप्त होने वाले सिग्नल का उपयोग करके इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर से कनेक्शन बना सकता है और इंटरनेट एक्सेस कर सकता है.

VSAT कनेक्शन को स्थापित करना बहुत महंगा है. VSAT का इस्तेमाल करके कोई भी कंपनी किसी भी भौगोलिक क्षेत्र में अपना नेटवर्क स्थापित कर सकती है. VSAT के द्वारा जिन माध्यमों के बीच सूचना का आदान – प्रदान किया जाता है उसे हब कहते हैं.

#9 – Wireless Connection (ताररहित कनेक्शन)

वायरलेस कनेक्शन में इंटरनेट सर्विस प्रदाता यूजर तक रेडिओ सिग्नल के माध्यम से इंटरनेट पहुंचाते हैं. इस तरह के कनेक्शन में किसी तार का उपयोग नहीं किया जाता है. वायरलेस कनेक्शन का इस्तेमाल उन स्थानों में किया जाता है जहाँ पर टेलीफोन लाइन या केबल के द्वारा इंटरनेट की सुविधा पहुँचाना असंभव होता है. अगर वायरलेस कनेक्शन नेटवर्क Covering Area में ना हो तो यह काम नहीं करते हैं.

#10 – Wi-Fi Hotspot (वाई-फाई कनेक्टिविटी)

Wi-Fi जिसका पूरा नाम Wireless Fidelity है यह एक वायरलेस कनेक्शन है, यह एक राऊटर के माध्यम से वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) में इंटरनेट की सुविधा प्रदान करवाता है. WiFi हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करने के लिए रेडिओ सिग्नल का इस्तेमाल करते हैं.

Wi – Fi की मदद से यूजर अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे कंप्यूटर, मोबाइल, प्रिंटर, विडियो कैमरा आदि को इंटरनेट से कनेक्ट करके डेटा का आदान – प्रदान कर सकते हैं.

#11 – LiFi (लाई-फाई कनेक्टिविटी)

Li-Fi जिसका पूरा नाम Light Fidelity है, यह भी WiFi की भांति ही एक वायरलेस इंटरनेट कनेक्शन है जिसके द्वारा आप अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट कर सकते हैं. Li-Fi में डेटा ट्रांसमिट करने के लिए Light का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें घरेलू LED Blub राऊटर का काम करते हैं. Li- Fi तकनिकी का इस्तेमाल उन स्थानों में अधिक किया जाता है जहाँ रेडिओ तरंगों में अवरोध उत्पन्न होता है.

Wi-Fi की तुलना में Li-Fi बहुत अधिक स्पीड से डेटा ट्रांसमिट करने में सक्षम होते हैं. लेकिन Li-Fi का एरिया बहुत ही सीमित होता है, इसे केवल आप एक कमरे में इस्तेमाल कर सकते हैं. Li-Fi कनेक्शन के द्वारा इंटरनेट एक्सेस करने के लिए लाइट का On होना जरुरी है. अगर लाइट off है तो आप Li-Fi का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं.

#12 – Mobile Connection (मोबाइल कनेक्शन)

कई सेल फोन और स्मार्टफोन प्रदाता इंटरनेट एक्सेस करने के लिए विशेष प्लान की पेशकश करते हैं. यूजर अपने उपयोग के अनुसार इन प्लान को खरीदकर इंटरनेट एक्सेस कर सकते हैं. मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन अच्छी गति प्रदान करते हैं.

FAQ: Internet Connection in Hindi

इंटरनेट कनेक्टिविटी क्या है?

इंटरनेट कनेक्टिविटी मोबाइल या कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ने का कार्य करती है. कनेक्टिविटी के द्वारा कोई भी यूजर अपने कंप्यूटर या स्मार्टफोन के द्वारा इंटरनेट से जुड़कर इंटरनेट का उपयोग कर पाता है.

डायल-अप कनेक्शन क्या है?

डायल-अप एक इंटरनेट कनेक्शन है जिसमें यूजर टेलीफोन लाइन के माध्यम से अपने डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट कर सकता है और इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकता है.

लीज्ड लाइन क्या है?

लीज्ड लाइन एक विशेष प्रकार का इंटरनेट कनेक्शन है जिसमें यूजर समान स्पीड से 24 घंटे इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए एक या एक से अधिक टेलीफोन लाइन्स को लम्बे समय तक लीज पर लेता है.

निष्कर्ष: इंटरनेट कनेक्शन/कनेक्टिविटी क्या है हिंदी में

तो पाठकों, अब आप समझ गए होंगें कि इंटरनेट कनेक्शन क्या है और इंटरनेट कनेक्टिविटी कितने प्रकार के होती हैं, आशा करते हैं कि आपको इस लेख से कुछ नया सीखने को जरुर मिला होगा. यदि अभी भी आपके मन में कोई शंका है या फिर आपके कोई सुझाव हैं तो आप हमें बेझिझक कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं. यदि इस लेख में दी गयी जानकारी आपको पसंद आई तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी जरुर शेयर करें.

Techshole इंडिया की Best हिंदी ब्लॉग में से एक बनने की दिशा में अग्रसर है. यहाँ इस ब्लॉग पर हम Blogging, Computer, Tech, इंटरनेट और पैसे कमाए से सम्बन्धित लेख साझा करते है.

2 thoughts on “इंटरनेट कनेक्शन क्या है इसके प्रकार (Internet Connectivity In Hindi)”

Leave a Comment