साउंड कार्ड क्या है भाग और उपयोग (Sound Card in Hindi)

Sound Card In Hindi: आज के इस लेख के माध्यम से हम Sound Card क्या है के बारे में जानेंगे. आपमें से बहुत सारे लोगों को इस डिवाइस के बारे में पता नहीं होगा लेकिन यह कंप्यूटर की एक महत्वपूर्ण Output Device है. जिसके बिना हम कंप्यूटर से किसी भी प्रकार के साउंड को नहीं सुन सकते हैं.

साउंड कार्ड ही वो माध्यम होता है जिसके द्वारा कंप्यूटर से साउंड को सूना जा सकता है और अगर हमें अधिक साउंड की जरुरत होती है तो हम Speaker या headphone का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन कंप्यूटर में Sound को पैदा करने का Main Source Sound Card ही है.

आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको Sound Card क्या होता है, साउंड कार्ड का इतिहास, साउंड कार्ड के भाग, साउंड कार्ड के प्रकार, साउंड कार्ड का उपयोग आदि विषयों की पूरी जानकारी देने वाले हैं इसलिए इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें.

हमें पूरी आशा है कि आपको इस लेख को पढने के बाद साउंड कार्ड के बारे में उपयोगी जानकारी मिलेगी, तो बिना देरी के शुरू करते हैं आज के इस लेख को –साउंड कार्ड हिंदी.

साउंड कार्ड क्या है इसके भाग और उपयोग (What is Sound Card in Hindi)

 साउंड कार्ड क्या है (What is Sound Card in Hindi)

साउंड कार्ड कंप्यूटर में लगी एक आउटपुट डिवाइस होती है जो कंप्यूटर में सुरक्षित Audio के डिजिटल फॉर्म को मानव तक पहुचाने का काम करती है.  कंप्यूटर में जो भी आवाज उत्पन्न होती है वह साउंड कार्ड के द्वारा ही होती है. इस साउंड को हम स्पीकर के द्वारा सुन सकते हैं.

अगर कंप्यूटर में साउंड कार्ड नहीं होगा तो हम कंप्यूटर से किसी भी प्रकार का ऑडियो नहीं सुन सकते हैं, इसलिए सभी कंप्यूटर में Internal और External साउंड कार्ड लगा होता है. आधुनिक समय में कंप्यूटर में मदरबोर्ड के साथ In – Built साउंड कार्ड लगे होते हैं.

साउंड कार्ड की मदद से Analog Signal को Digital Signal में बदलकर कंप्यूटर को समझा सकते हैं और वापस Digital Signal को Analog Signal में बदलकर हम सुन सकते हैं.

साउंड कार्ड का इतिहास (History of Sound Card in Hindi)

जब कंप्यूटर शुरुवात में बने थे तो इसमें साउंड कार्ड नहीं होता था क्योकि इसे उस समय पर महत्वपूर्ण नहीं माना गया था. उस समय में साउंड कार्ड के स्थान पर कुछ Internal Speaker होते थे.

लेकिन 1980 आने तक जैसे – जैसे कंप्यूटर का इस्तेमाल बढ़ने लगा तो कंप्यूटर निर्मातों को समझ में आने लगा कि कंप्यूटर में साउंड को उत्पन्न करने वाले डिवाइस की जरुरत है. फिर बड़ी – बड़ी कंप्यूटर निर्माता कंपनियां Adlib, Creative Lab जैसी कंपनियों, जो उस समय पर साउंड टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे थे, से साउंड कार्ड निर्माण के लिए आर्डर करने लगे थे. जिससे कि कंप्यूटर से किसी भी प्रकार से साउंड को सूना जा सके.

1980 के अंत तक मार्किट में ऐसे कंप्यूटर आने लगे थे जिसमें Inbuilt साउंड कार्ड लगे थे. शुरुवात में साउंड कार्ड कुछ ही एप्लीकेशन जैसे कि music composition, speech synthesis आदि के लिए बनाये गए थे. लेकिन धीरे – धीरे इन्हें अन्य Software के लिए भी बनाया गया.

दुनिया का पहला साउंड कार्ड Sherwin Gooch ने 1972 में बनाया था, जिसका नाम Gooch Synthetic Woodwind था और इसे PLATO Terminals के द्वारा इस्तेमाल किया गया था. यह एक synthesizer था जो की 4-voice music synthesis करने में सक्षम था.

Apple Music Synthesizer पहला plug-in साउंड कार्ड था जिसे की Apple II में इस्तमाल किया गया, इसे ALF Products Inc. ने सन 1978 में develop किया था.

साउंड कार्ड के भाग (Part of Sound Card in Hindi)

साउंड कार्ड के मुख्य रूप से चार भाग होते हैं –

  • Digital to Analog Convertor – DAC की मदद से साउंड कार्ड डिजिटल डेटा को एनालॉग में बदलता है.
  • Analog to Digital Convertor – ADC की मदद से साउंड कार्ड एनालॉग साउंड द्वारा दी गयी इनपुट को डिजिटल रिकॉर्डिंग में Convert करता है.
  • Peripheral Component Interconnect – PCI की मदद से साउंड कार्ड कंप्यूटर मदरबोर्ड से जुड़ा रहता है.
  • Output Convertor – इसकी मदद से किसी भी Audio Output Device जैसे कि हैडफ़ोन को जोड़ सकते हैं.

साउंड कार्ड के प्रकार (Types of Sound Card in Hindi)

साउंड कार्ड मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं –

#1 – Motherboard Sound Chips (मदरबोर्ड साउंड चिप)

जब पहली बार Sound Card बनाए गए थे तो वे महंगे add on Sound कार्ड थे जिनकी कीमत सैकड़ों डॉलर थी. लेकिन धीरे – धीरे जैसे Sound Technology की कीमत में गिरावट होने लगी miniaturization technology ने कंप्यूटर हार्डवेयर निर्मातों को एक चिप में ध्वनि पैदा करने के लिए सभी आवश्यक Technology को condense करने के लिए सक्षम बनाया.

आज के समय में लगभग सभी कंप्यूटर में मदरबोर्ड साउंड चिप है. मदरबोर्ड साउंड चिप ने ही कंप्यूटर के मालिकों के लिए साउंड कार्ड को affordable बनाने में मदद की.

#2 – Standard  Sound Card (मानक साउंड कार्ड)

एक Standard  Sound Card expansion card होता है जो कि कंप्यूटर में अन्दर किसी स्लॉट में जुड़ा रहता है Motherboard Sound Chips की तुलना में इस प्रकार के Sound Card में खुद की processor Chip होते हैं. यह  Standard  Sound Card इस्तेमाल करने का एक अच्छा फायदा है. Motherboard Sound Chips को कंप्यूटर प्रोसेसर पर निर्भर रहना पड़ता है.

एक Standard  Sound Card मुख्य processor पर कम Load डालते हैं जिससे गेम खेलते समय Performance बेहतर होती है. इसके अतिरिक्त, कुछ मानक साउंड कार्ड में ऐसी विशेषताएं होती हैं जो मदरबोर्ड साउंड चिप्स में नहीं होती हैं

#3 – External Sound Adapters (बाहरी ध्वनि अनुकूलक)

External Sound Adapters एक छोटा बॉक्स होता है जिसमें Standard  Sound Card की सभी विशेषताएं होती हैं. लेकिन यह एक internal expansion slot के बजाय एक यूएसबी या फायरवायर पोर्ट के माध्यम से कंप्यूटर से जुड़ता है. इस प्रकार के साउंड कार्ड में कुछ ऐसी विशेषताएं भी होती है जो Standard  Sound Card में नहीं होती है. जैसे कि अतिरिक्त inputs, outputs और  physical volume control knobs.

साउंड कार्ड के कनेक्शन (Sound Card Connection in Hindi)

साउंड कार्ड में 4 – 5 पोर्ट लगी होती है जिनका अलग अलग काम होता है

  • Digital out – यह सफ़ेद या पीले रंग का होता है जिसे लाउड स्पीकर के साथ उपयोग किया जाता है.
  • Sound In – यह नीले रंग का होता है, बाहरी ऑडियो सोर्स को जोड़ने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है.
  • माइक्रोफोन – यह गुलाबी रंग का होता है इसमें हैडफ़ोन या माइक्रोफोन को कनेक्ट किया जाता है.
  • Sound Out – यह Speaker और Headphone के लिए Primary Sound Connection होता है. यह हरा, काला या नारंगी रंग का हो सकता है.
  • MIDI – इसका इस्तेमाल MIDI कीबोर्ड या जॉयस्टिक के साथ किया जाता है.

Voice और Channel क्या हैं?

साउंड कार्ड में Voice और Channel दोनों ही होते हैं पर अक्सर लोग इसे एक ही समझने की भूल करते हैं, पर यह दोनों ही अलग हैं.

  • Voice – साउंड कार्ड एक समय में कितने प्रकार की साउंड को कितने श्रोतों से निकाल सकता है इसे Voice कहते हैं. जब भी हम कंप्यूटर में Log in करते हैं या फिर कंप्यूटर में कोई Notification आता है तो हमें अलग – अलग प्रकार की साउंड सुनाई देती है वह सब Voice के कारण ही होता है.

साउंड कार्ड निर्माता सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की मदद से साउंड कार्ड में अनेक प्रकार की आवाजों को डालते हैं. साउंड कार्ड का जो पहला काम होता है वह Electronic Music को निकलना होता है.

  • Channel – कितनी प्रकार की ऑडियो एक साउंड कार्ड निकालता है इसे Channel माना जाता है. आजकल के स्टीरियो चैनल में दो चैनल होते हैं. आपको यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि आपका साउंड कार्ड अधिक से अधिक Audio System से जुड़ सके.

साउंड कार्ड के उपयोग (Uses of Sound Card in Hindi)

अभी तक आपको समझ में आ गया होगा कि Sound Card क्या है, अब साउंड कार्ड के कुछ उपयोगों के बारे में जान लेते हैं जो कि निम्न प्रकार से हैं –

  • कंप्यूटर में Audio, Music सुनने के लिए साउंड कार्ड का इस्तेमाल होता है.
  • कंप्यूटर में Movie या कोई विडियो देखने के लिए साउंड कार्ड का उपयोग होता है.
  • Video और Audio Conferencing में साउंड कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है.
  • साउंड कार्ड का उपयोग Voice Recognition में भी होता है.
  • कंप्यूटर में गेम खेलने के लिए भी साउंड कार्ड का इस्तेमाल होता है.

इन्हें भी पढ़े 

FAQ For Sound Card in Hindi

कंप्यूटर में साउंड कार्ड क्या होता है?

कंप्यूटर में साउंड कार्ड एक Component होता है जिसके द्वारा Analog Signal को Digital Signal में बदलकर कंप्यूटर को समझा सकते हैं और Digital Signal को वापस Analog Signal में बदलकर हम सुन सकते हैं.

साउंड कार्ड का क्या काम होता है?

साउंड कार्ड कंप्यूटर में साउंड को उत्पन्न करता है जिसकी मदद से हम कंप्यूटर में किसी ऑडियो को सुन सकते हैं.

साउंड कार्ड कितने प्रकार का होता है?

साउंड कार्ड मुख रूप से तीन प्रकार के होते हैं – मदरबोर्ड साउंड चिप,
मानक साउंड कार्ड, बाहरी ध्वनि अनुकूलक.

साउंड कार्ड किस प्रकार की डिवाइस है?

साउंड कार्ड कंप्यूटर की आउटपुट डिवाइस है.

हमने सीखा: साउंड कार्ड क्या है हिंदी में 

कुल मिलकर कहें तो साउंड कार्ड ही वह माध्यम है जिसके द्वारा हम कंप्यूटर में उत्पन्न साउंड को सुन सकते हैं बिना साउंड कार्ड के कंप्यूटर में से किसी भी प्रकार की ध्वनि को सुनने में हम असक्षम हैं.

उम्मीद करते हैं इस लेख को पढने के बाद आपको Sound Card Kya Hai के बारे में पता चल गया होगा, और अगर इस लेख में किसी प्रकार के सुधार की जरुरत है तो आप कमेंट करके हमें बता सकते हैं हम जरुर सुधार करेंगे. आप इस लेख को सोशल मिडिया पर अपने दोस्तों के साथ भी जरुर शेयर करियेगा.

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